लिंग में तनाव की समस्या, लिंग की मजबूती या फिर लिंग की शिथिलता दूर करने केे घरेलू उपाय
लिंग का ढीलापन दूर करने के उपाय या लिंग को फौलाद बनाने के उपाय
लिंग में तनाव न आना यह वास्तव में एसी समस्या है जिससे किसी न किसी समय पर हर पुरुष ग्रसित हो ही जाता है। किन्तु यदि यह समस्या सामान्य रुप से बनी रहे तो यह एक अति गंभीर समस्या बन जाती है जिसके कारण कई बार तो परिवार विखर जाने की स्थिति बन जाती है । लिंग में तनाव न आने की स्थिति कभी कभी तो आपके दिमाग में कोई गम या तनाव होने पर भी हो सकती है। और किसी बीमारी के कारण भी ऐसा हो सकता है कहने का मतलव यह है कि जव आप मानसिक रुप से विल्कुल सही होंगे तो यह समस्या नही ही होगी लैकिन कभी कभी शारीरिक कमजोरी भी इस समस्या का कारण होती है तब औषधि का सहयोग लेना ही पड़ता है। इस समस्या के निदान के लिए विभिन्न प्रकार के तेलों की मालिश करना आपने सामान्य बोलचाल में सुना होगा ये तेल श्री गोपाल तेल , सांडे का तेल आदि हैं। इस समस्या का निदान इसलिए और भी आवश्यक हो जाता है क्योंकि इसमें केवल रोगी ही नही अपितु उसकी सहचारिणी भी व्यथा झेलती है। अतः इस रोग का निवारण अति आवस्यक है। क्योंकि ग्रहस्थी की गाड़ी के दो पहिये हैं पति और पत्नी दोनों का स्वस्थ रहना व एक दूसरे की चिन्ता करना जरुरी है तभी जीवन की डगर पार हो सकती है।
लिंग का ढीलापन दूर करने के सुगम सरल व आयुर्वेदिक उपाय
- सुअर की चर्बी और शहद को बराबर मात्रा में एक साथ मिलाकर लिंग पर लेप करने से लिंग में मजबूती आती है।
- हींग को देशी घी में मिलाकर लिंग पर लगा लें और ऊपर से सूती कपड़ा बांध दें। इससे कुछ ही दिनों में लिंग मजबूत हो जाता है।
- भुने हुए सुहागे को शहद के साथ पीसकर लिंग पर लेप करने से लिंग मजबूत और शक्तिशाली हो जाता है।
- जायफल को भैंस के दूध में पीसकर लिंग पर लेप करने के बाद ऊपर से पान का पत्ता बांधकर सो जाएं। सुबह इस पत्ते को खोलकर लिंग को गर्म पानी से धो लें। इस क्रिया को लगभग 3 सप्ताह करने से लिंग पुष्ट हो जाता है।
- शहद को बेलपत्र के रस में मिलाकर लेप करने से हस्तमैथुन के कारण होने वाले विकार दूर हो जाते हैं और लिंग मजबूत हो जाता है।
- रीठे की छाल और अकरकरा को बराबर मात्रा में लेकर शराब में मिलाकर खरल कर लें। इसके बाद लिंग के आगे के भाग को छोड़कर लेप करके ऊपर से ताजा साबुत पान का पत्ता बांधकर कच्चे धागे से बांध दें। इस क्रिया को नियमित रूप से करने से लिंग मजबूत हो जाता है।
- बकरी के घी को लिंग पर लगाने से लिंग मजबूत होता है और उसमें उत्तेजना आती है।
- बेल के ताजे पत्तों का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर लगाने से लिंग में ताकत पैदा हो जाती है।
- धतूरा, कपूर, शहद और पारे को बराबर मात्रा में मिलाकर और बारीक पीसकर इसके लेप को लिंग के आगे के भाग (सुपारी) को छोड़कर बाकी भाग पर लेप करने से संभोग शक्ति तेज हो जाती है।
- असगंध, मक्खन और बड़ी भटकटैया के पके हुए फल और ढाक के पत्ते का रस, इनमें से किसी भी एक चीज का प्रयोग लिंग पर करने से लिंग मजबूत और शक्तिशाली बनता है।
- पालथ लंगी का तेल, सांडे का तेल़, वीर बहूटी का तेल, मोर की चर्बी, रीछ की चर्बी, दालचीनी का तेल़, आधा भाग लौंग का तेल, 4 भाग मछली का तेल को एकसाथ मिलाकर कांच के चौड़े मुंह में भरकर रख लें। इसमें से 8 से 10 बूंदों को लिंग पर लगाकर ऊपर से पान के पत्ते को गर्म करके बांध लें। इस क्रिया को लगातार 1 महीने तक करने से लिंग का ढीलापन समाप्त हो जाता है़, लिंग मजबूत बनता है। इस क्रिया के दौरान लिंग को ठंडे पानी से बचाना चाहिए।
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