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शुक्रवार, 8 अप्रैल 2022

कम उम्र में हो रहे हैं बाल सफेद लीजिये स्थाई घरेलू समाधान : White Hair Problem

White Hair Problem : बालों का असमय सफेद होने की समस्या का घरेलू रामबाण समाधान

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जैसे जैसे उम्र बढ़ती जाती है शरीर में कई प्रकार के बदलाव  देखने में आते है। ये बदलाब अंदरुनी भी होते हैं और बाहरी भी। अदरुनी बदलाबों में पाचन शक्ति  का धीरे धीरे कमजोर होते जाना, बल स्फूर्ति का कम होना, तथा बाहरी बदलावों में त्वचा का ढीला होना, बालों का सफेद होना, तथा गिरना व झड़ना जैसे अनेक बदलाब हैं।

उम्र के साथ बालों का गिरना, झड़ना व सफेद होना स्वभाविक प्रक्रिया है लेकिन प्रोढ़ावस्था से पहले ही ये परिवर्तन अगर शरीर में हो रहे हैं तो यह शरीर में एक विकार ही कहा जा सकता है आजकल एसे बहुत से लोग देखे जाते हैं जिनमे उम्र से पहले ही बालों के सफेद होने के लक्षण देखने में आते हैं। क्योकि एसा समय पूर्व हो रहा है  अतः यह एक विकार ही है या कहें कि यह बालों की स्वास्थ्य समस्या है।

बुढ़ापे में बालों का सफेद होना वृद्धावस्था का सोन्दर्य ही माना जा सकता है जबकि अगर यही कार्य यदि जवानी में देखने में आता है तो इसे एक स्वास्थ्य समस्या या विकार ही कहा जाएगा। हांलाकि यह समस्या कोई नयी समस्या नही है लेकिन आजकल इस समस्या ने जिस प्रकार  से विकराल रुप लिया हुआ है उसे निश्चित ही अपूर्व कहा जा सकता है। और जिस व्यापकता से यह समस्या लोगों में बढ़ती जा रही है इससे यह स्पष्ठ आभास होता है कि बालों के सफेद होने की समस्या का एक बड़ा कारण हमारी जीवन शैली में हो रहे बदलाव में समाहित है। बालो की समस्या पर विचार करने से पहले हमें बालों की संरचना के बारे में थोड़ी जानकारी लेना जरुरी होगा।

बालों की संरचना ---

बाल हमारी त्वचा पर पायी जाने वाली विशेष संरचनाऐं हैं जिनकी जड़े एक विशेष थैलीनुमा रचना में बंद होती ह। इस थैली नुमा संरचना को हैयर फालिकल कहते हैं। जो हमारी त्वचा में ही स्थित होते हैं त्वचागत सिवेशियस ग्रंथि से निकलने वाला सीबम नामक पदार्थ इन बालों को पोषण देता है। इसी के पोषण से हमारे बाल काले चमकीले तथा घने बने रहते हैं।

असमय बालों की सफेदी का काऱण—

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कम उम्र में बालों का सफेद होने की समस्या का आयुर्वेदिक घरेलू इलाज
 

मोटे तौर पर बालों के असमय सफेद होने का कारण दो हो सकते है तन तथा मन । तन के अन्तर्गत दोषपूर्ण भोजन से उत्पन्न विकार        और मन से संबंधित कारणों में मानसिक तनाव इनका कारण हो सकता है। विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, लौह तत्व, आयोडीन. कॉपर आदि की भोजन में कमी होने से असमय बाल सफेद होने लगते हैं। तनाव उत्तेजना, भय व क्रोध आदि मानसिक विकार बने रहने के कारण पोषण की प्राप्ति मे बाधा पहुंचती है जिसके कारण अन्य समस्याओं के साथ यह बालों को भी असमय सफेद होने के लिए जिम्मेदार होता है। हांलाकि बालों में रोग पनपाने में ये दोनों काऱण प्रमुख होते हैं फिर भी कुछ अन्य कारण भी बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं जैसे खून की कमी, कब्ज, प्रायः हमेशा बना रहने वाला जुकाम, और बालों की साफ सफाई पर ध्यान न देना। इसके अलावा बालों में तरह तरह की हेयर डाई का प्रयोग एवं तरह तरह के सुगंधित रासायनिक तेलों का प्रयोग भी बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है जिसके कारण बाल असमय सफेद हो जाते है। इस सबसे अलग एक प्रमुख कारण आनुवांशिक भी हो सकता है। जिसके कारण बाल असमय सफेद हो सकते है। 

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किस विटामिन की कमी से बाल सफेद होते हैं ? और कैसे इस विटामिन की कमी पूरी की जा सकती है।

जैसा कि हम जानते है हम जैसा खाऐंगे उसका प्रभाव हमारे शरीर पर अवश्य पड़ता है। अच्छा संतुलित आहार हमारी सम्पूर्ण देह को स्बस्थ बनाता है फिर चाहे वे हमारे बाल ही क्यों न हों। अध्ययनों से यह सावित हुआ है कि भोजन में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की पर्याप्त मात्रा यदि प्राप्त होती रहे तो अन्य स्वास्थ्य समस्याऐं तो दूर होती ही हैं साथ ही हमारे बाल भी स्वस्थ रहते हैं। इसके अलावा यदि हम अपने भोजन में इस विटामिन का पर्याप्त सेवन करना शुरु कर दें तो जो बाल सफेद हो गये हैं वे भी ऑटोमेटिक काले होने लगते हैं। विटामिन बी कॉम्प्लेक्स में भी विशेष रुप से पैंटोथेनिक एसिड, इनोसिटाल तथा पैराअमीनो बैजोइक एसिड बालों को काला व चमकदार बनाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस विटामिन की पर्याप्त आपूर्ति बनाऐ रखने के लिए अंकुरित गैंहू और खमीर का सेवन करते रहना चाहिये। मासाहारियों के लिए जानवरो के यकृत वाले भाग का सेवन उपयोगी होता है। एक रोचक तथ्य यह है कि ये विटामिन मानव की आंतो में वैक्टीरिया द्वारा बनाये जा सकते हैं. और इसके लिए दही का सेवन आवश्यक है. एक चम्मच खमीर के साथ दही का सेवन करते रहने से बिटामिन बी कॉम्प्लेक्स का निर्माण शरीर में ही पर्याप्त मात्रा में होने लगेगा। ऐसे में बालों मे प्राकृतिक कालापन व चमकीलापन बना रहेगा। वे असमय सफेद नही होंगे।

बाल काले करने के लिए क्या व किस तरह भोजन करें।

अनुभवों में देखा गया है कि जो व्यक्ति दोपहर या सांयकालीन भोजन से पूर्व दही या मठठे के साथ यीस्ट का सेवन करते हैं उनके असमय हुये बाल भी धीरे धीरे काले होने लगते हैं. लौह तत्व व आयोडीन युक्त भोजन भी बालों को स्वस्थ ऱखता है। गाजर, केला, सहित अनेक प्रकार के फल एवं सब्जियों का सेवन भी बालों को सुन्दर व स्वस्थ बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। बालों को घना, काला बनाने के लिए आंवलों का सेवन एक बहुप्रचलित प्रयोग है। आंवला बालों के लिए एक अच्छा टॉनिक है सूखे आंवलों से तैयार नारियल तेल का उपयोग बालों के लिए बहुत प्रभावी माना गया है। आंवले के चूर्ण को रात भर पानी में भिगोये और फिर सुबह इस पानी को छान लें फिर पहले सामान्य जल से बालों को धो ले इसके उपरान्त आंवले बाले जल को बालों पर डालकर अच्छी तरह मलें इससे बाल काले बने रहते हैं। इसके अलावा एक चम्मच बादाम रोगन में इतना ही आंवलों का रस मिलाकर प्रतिदिन रात को बालों की जड़ों में लगाकर मालिस करने से बालों के असमय सफेद होने की समस्या तो दूर होती ही है साथ ही अन्य बालों की समस्याऐं भी दूर होती हैं। बादाम रोगन के स्थान पर नींबू के रस की कुछ बूंदों को आंवले के रस में मिलाकर भी प्रयोग किया जा सकता है दोनों के परिणाम एक जैसे आते हैं।

सफेद बालों को काला करने बाले दो घरेलू आयुर्वेदिक प्रयोग—

असमय सफेद हुये बालों को काला करने के लिऐ अनेकों ब्रांड, दवा कम्पनियाँ व तेल कम्पनियाँ टेलीविजन चेनल्स व समाचार पत्रों में दावा करती रहती है ये तेल कितने कारगर सिद्ध होते हैं यह तो नही कहा जा सकता है लेकिन मैं यहाँ जिन प्रयोगो का वर्णन करने जा रहा हूँ वे बहुत हद तक आपके लिए फायदेमंद सावित होंगे हाँ बस जरुरत है आपके धैर्य सहित इन्हैं प्रयोग करते रहने की क्योकि हर व्यक्ति की प्रकृति गुण व दोषों के आधार पर औषधियों का प्रभाव कम या ज्यादा समय में हो सकता है।

पहला प्रयोग जो मैं बताने जा रहा हूँ यह बालों पर लगाने के लिए एक प्रकार का जैल  है।

प्रयोग न. 1 --- आंवले का एक किलो रस लेकर उसमें इतनी ही मात्रा में शुद्ध देशी घी तथा 250 ग्राम मुलहठी पाउडर लेकर सभी को मिलाकर हल्की आंच पर पकाना है जब तक उसका पानी जल न जाऐ इसे नीचे नही उतारना है ध्यान रहे गैस विल्कुल धीमी ही होनी चाहिये । और इन चीजों को तब तक गर्म करना है जब तक कि इस मिश्रण का सारा पानी न जल जाऐ। जब विल्कुल पानी जल जाऐ और केवल तरल घी बचे तब छानकर एक कांच की बर्नी में इसे भर कर रख दें। ठंडा होने पर यह निश्चित रुप से जैल के रुप में बदल जाऐगा। 

लगाने की विधि --- इसी जैल को लगातार बालों पर लगाते रहने से बालों का रंग कुदरती रुप से काला हो जाने लगेगा। बस आपको तो धेर्य पूर्वक इसे लगाते रहना है। यह बिल्कुल हेयर डाई की तरह काम करता है इसकी यह विशेषता भी है इसके लगाते रहने से बालों व  त्वचा पर कोई दुष्प्रभाव भी नही होता है।

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 बालों को काला करने के लिए खाने बाली गोलियाँ

प्रयोग न. 2 --- यह प्रयोग पहले प्रयोग की तरह लगाने का तो नही है यह प्रयोग है खाने का। इस प्रयोग के सेवन से असमय सफेद हुये बाल धीरे धीरे काले होने लगेंगे। और नीचे से नये निकलने वाले बाल तो निश्चित ही काले ही निकलेगे।

इसके लिए त्रिफला चूर्ण का विल्कुल कपड़छन चूर्ण बना लें और इसमें इतना गुड़ मिलाऐं कि चूर्ण की आराम से गोलियाँ बन जाऐं। अब सुपारी जितनी बड़ी इस नुस्खे की गोलियाँ बनाकर रख लें। 1 गोली सुबह खाली पेट ही चबाकर खा जाऐं। और फिर आधा घंटा कुछ न खाऐं। यह बालों में मेलेनिन की मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है और यह बालों के लिए नेचुरल टॉनिक है।

लगातार धैर्यपूर्वक इस प्रयोग को करने से सफेद बालो के स्थान पर काले बाल जड़ों से आने लगेंगे।

नोट- तुरंत लाभ के लिए दोनों ही प्रयोगों को एक साथ करने से तुरंत और स्थाई लाभ प्राप्त किया जा सकता हैं।

बालों के असमय सफेद होने की समस्या पर कुछ सबाल हमेशा लोगों के जहन में आते है आइये इन्है जानते है और इनका उत्तर भी

क्या सफेद बाल फिर से काले हो सकते हैं?

सफेद बाल फिर से हो सकते हैं काले इस प्रश्न का सही उत्तर यह है कि हाँ यह सम्भव है वेशक यह बात आपको कुछ अतिशयोक्तिपूर्ण लग सकती है। किन्तु प्राकृतिक रुप से सफेद बाल पुनः काले हो सकते हैं। आपने ऊपर पूरा लेख पढ़ा होगा बालों का काला होने के लिए हमारी त्वचा में पर्याप्त पोषण होना चाहिये ज्यादा जानकारी के लिए ऊपर दिये गयी सभी जानकारियों को ध्यान से पढ़े।

सफेद होते हुए बालों को कैसे रोके?

Grey hair: बालों को सफेद होने से कैसे रोकें?

इस प्रश्न का उत्तर यह है कि यह समस्या आपके पाचन तंत्र की गड़बड़ियों को दूर करने के बाद अपने भोजन में पर्याप्त सुधार तथा उपर बताये प्रयोगों को करने से दूर हो सकती है। इसके अलावा इसके लिए आप एक विशेष जैल का निर्माण भी कर सकते हैं जिसके प्रयोग से इस समस्या से छुटकारा प्राप्त किया जा सकता है।

कम उम्र में बाल सफेद हो जाए तो क्या करें ?

उपरोक्त लेख इसी समस्या के लिए लिखा हुआ है आप इस लेख में दिये गये किसी प्रयोग के आधार पर अपनी समस्या सुलझा सकते हैं।

काले बाल कैसे करें ?

बाल काले करने के लिए आंवला सबसे अच्छी आयुर्वेदिक औषधि है इसके अलावा भृंगराज भी बहुत अधिक फायदेमंद है इनके प्रयोग से वाल काले किये जा सकते हैं। इसके अलावा ऊपर दो प्राकृतिक उपाय दिये है जो 100 प्रतिशत कारगर हैं।

बालों में मेलेनिन बढ़ाने के लिए क्या करें ?

बालों में मेलेनिन की कमी पूरी करने का सबसे अच्छा उपाय प्रयोग न. 2 है क्योंकि मेलेनिन की मात्रा को बढ़ाने के लिए त्रिफला सबसे अधिक कारगर आयुर्वेदिक औषधि है इसके अतिरिक्त भृंगराज भी बहुत अच्छी औषधि है। दोनो के सेवन व इनके काढ़े से बाल धोने से हम मेलेनिन की कमी को पूरा कर सकते हैं।


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