आंखों की रोशनी बढाने का सरल सुलभ प्रयोग - The Light Of Ayurveda : An Info Website for Health and Ayurveda.

Breaking

Whats app

Ayurveda Ancient Natural Traditional Medical Science

WWW.AYURVEDLIGHT.BLOGSPOT.COM

रविवार, 19 अक्टूबर 2014

आंखों की रोशनी बढाने का सरल सुलभ प्रयोग

आंखें शरीर को प्रभु प्रदत्त वह अनुपम उपहार है जिसके कारण ही हम प्रभु की बनायी इस प्रकृति को देख सकते हैं या कहै कि भोग सकते हैं।इसी लिए इन्हैं ज्ञानेन्द्रियों में स्थान दिया गया है।इन आंखो का वर्णन कवियों,कहानीकारों, महाकाव्यकार, आदि के साथ साथ आजकल की फिल्मों में भी किया गया है और वर्णन ही क्यों उनका ही कमाल है जो सब चीजें मैने ऊपर लिखी है सबका आनन्द आप आंखो से ही प्राप्त कर सकते हैं।हम किसी की आंखो को कमल जैसी अर्थात कमल नयन किसी की आखों को कंजी किसी की आंखो को भैगी,किसी को बड़ी आंखो बाला या बाली या किसी को छोटी आखों वाला या वाली बोलते है तो यह इन आंखो का ही तो वर्णन है।और तो औऱ तमाम तरह की लोकोक्तियां व मुहावरे भी इन आंखो के ऊपर ही चल पड़े हैं।आँखों से ही क्रोध,घृणा,प्रेम,स्नेह की अभिव्यक्ति भी जाने अनजाने ही हो जाती है।और जब आंखे इतना महत्वपूर्ण अंग है तो फिर भैया इसकी देखभाल हमारा परम धर्म होना चाहिये।जब आंखे हमारे जीवन को रसभरा तथा आनन्द से भरपूर बनाती हैं तो फिर क्यों न हम अपनी आंखों की यत्नपूर्वक देखभाल करें।क्योंकि 'जान है तो जहान है'। अतः आंखों का भरपूर खयाल रखें।आज मैं एक सरल सा प्रयोग बता रहा हूँ जिससे आप अपनी आंखो को भरपूर फायदा दे सकते हैं।इस छोटे से किन्तु बहुत ही उम्दा किस्म के प्रयोग से आप अपनी आंखो की रोशनी बढ़ा सकेंगें एसी भावना के साथ मैं अब आपको इस प्रयोग को लिख रहा हूँ।
 बाजार से आप महात्रिफला घृत या त्रिफला घृत की शीशी लें लें ध्यान रखे अच्छी क्वालिटी का ही लें। प्रातः व सांय रोजाना एक गिलास मीठे दूध से इसे लेते रहने से 3-4 माह में ही आपका चश्मा उतर जाएगा
यह हरड़ वहेड़ा व आवलें तथा घी के प्रयोग से बनने वाली यह अनुपम औषधि है जिसे आप किसी योग्य वैद्य की निगरानी में वना या बनवा भी सकते हैं।वैसे कई कम्पनियाँ इसे बनाकर भी बैचती है।

2 टिप्‍पणियां:

हमारी वेवसाइट पर पधारने के लिए आपका धन्यबाद

OUR AIM

ध्यान दें-

हमारा उद्देश्य सम्पूर्ण विश्व में आय़ुर्वेद सम्बंधी ज्ञान को फैलाना है।हम औषधियों व अन्य चिकित्सा पद्धतियों के बारे मे जानकारियां देने में पूर्ण सावधानी वरतते हैं, फिर भी पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी औषधि या पद्धति का प्रयोग किसी योग्य चिकित्सक की देखरेख में ही करें। सम्पादक या प्रकाशक किसी भी इलाज, पद्धति या लेख के वारे में उत्तरदायी नही हैं।
हम अपने सभी पाठकों से आशा करते हैं कि अगर उनके पास भी आयुर्वेद से जुङी कोई जानकारी है तो आयुर्वेद के प्रकाश को दुनिया के सामने लाने के लिए कम्प्युटर पर वैठें तथा लिख भेजे हमें हमारे पास और यह आपके अपने नाम से ही प्रकाशित किया जाएगा।
जो लेख आपको अच्छा लगे उस पर
कृपया टिप्पणी करना न भूलें आपकी टिप्पणी हमें प्रोत्साहित करने वाली होनी चाहिए।जिससे हम और अच्छा लिख पाऐंगे।

Email Subscription

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner