शहद प्रकृति की अनमोल देन है शहद के फायदे, सेवन विधि व श्वास खाँसी, सनवर्न में इसका प्रयोग
सेहत ही नही सूरत भी बदल देता है बस जरुरत है इसे उपयोग करने की विधि जानने की तो आइये आज का लेख समर्पित करता हूँ शहद के लिए जिसे अंग्रेजी भाषा में Honey भी कहा जाता है और आजकल बहुत से लोग इसी शहद के हनी नाम से अपने बच्चों को भी हनी नाम से पुकारने लगे हैं।
केवल आयुर्वेद ही नही अपितु सम्पूर्ण भारतीय संस्कृति इसके लाभों से लवरेज है इसे केवल खाने में नही अपितु भारतीय वांग्मय तो इसे देवताओं का भोजन तक कहता है। इसका प्रयोग भगवान को नहाने से लेकर उनके प्रसाद में भोग बनाने तक में होता है। लेकिन जहाँ इसके लाभों की बात की जाती है तो इसकी शुद्धता की भी बात बहुत ही जरुरी है क्योंकि इसके लाभों को देखते हुये मिलाबट खोरों ने इसमें अशुद्धियाँ मिलाने की भी तरकीव खूव निकाल ली हैं।
इसे भी पढ़ें---
इसे भी पढ़ें---
कैसे करें शुद्ध शहद की जाँज- How To Check Pure Honey |
कैसे करें शुद्ध शहद की जाँज- How To Check Pure Honey
- काँच के गिलास में पानी भरकर शहद की एक बूँद टपकाने पर अगर यह बूँद सीधी तली में जाकर बैठ जाऐ तो यह शुद्ध शहद है।
- किसी सूखी लकड़ी पर शहद की बूँद डालने के बाद लकड़ी को आग लगाने पर असली शहद तुरंत जलेगा जबकि नकली शहद कुछ देर से जलेगा।
- शुद्ध शहद आँख में लगाने पर जलन तो करेगा किन्तु चिरमिराहट पैदा नही करेगा, यह आपकी आँख को कुछ देर में ठंडक प्रदान करने लगेगा।
- शुद्ध शहद देखने में पारदर्शी व साफ होगा।
- शुद्ध शहद को कभी भी कुत्ता नही खाता है।
- शुद्ध शहद जाड़े में जम जाता है व गर्मी में पिघल जाता है।
- शुद्ध शहद कपड़े पर दाग नही छोड़ता है।
- शुद्ध शहद में कभी भी मक्खी के पंख नही फँसते हैं।
- शुद्ध शहद प्लेट में टपकाने पर साँप की कुण्डली के आकार में गिरेगा।
अब खूब करें कम्प्यूटर पर काम आयुर्वेद रखे आपकी आँखों का खयाल
कैसे करे शहद का सेवन- How to eat honey
शहद की शुद्धता के बाद आती है शहद की सेवन विधि की क्योंकि सही तरीके के बिना सेवन किया शहद आपको फायदा नही अपितु नुकसान भी कर सकता है अतः हमें शुद्ध शहद की सेवन विधि भी जानना उतना ही जरुरी है जितना कि शहद की शुद्धता की पहिचान करना
- शहद को कभी भी गर्म करके प्रयोग नही करना चाहिये इसे गर्म पदार्थों के साथ भी इस्तेमान नही करना चाहिये।
- शहद को गरिष्ठ पदार्थों यथा उड़द की दाल आदि के साथ भी सेवन नही करना चाहिये।
- याद रखें गर्म किया हुआ शहद या गर्म जो छूने से गर्म महसूस हों एसे पदार्थों के साथ भी कभी शहद का सेवन नही करना चाहिये।यह फायदा तो नही ही करेगा हाँ हानि अवश्य ही करेगा।
- शहद को शहद में या दूध में सेवन करने से लाभ तो प्राप्त होते हैं लैकिन इन दोनो के साथ लेते समय भी यह याद रखें कि दोनो ही पदार्थ गर्म न हों।
- शहद को घी के साथ लेना फायदेमंद होता है किन्तु अवश्य ही यह जरुर याद रहे कि दोनों की मात्रा समान न हो। अगर मात्रा की बात करें तो शहद तीन भाग लेने पर घी एक ही भाग होना चाहिये अर्थात चौथाई मात्रा में ही घी रहे।
- पानी के साथ लेते समय भी कभी भूलकर समभाग शहद न लेंं अपितु यहाँ शहद से चार गुना पानी लेना चाहिये।
क्या न खाऐं शहद के साथ- Do not eat with honey
शहद को अकेला भी नही खाना चाहिये तो इसके साथ ऐसे भी कई पदार्थ हैं जिन्हैं खाना त्याज्य है। जैसा कि ऊपर बताया है कि इसे गर्म पदार्थों के साथ नही लेना चाहिये तथा गरिष्ठ पदार्थों के साथ नही लेना चाहिये । उसी के अनुरुप इस प्रकार की प्रकृति वाली वस्तुओं के साथ शहद सेवन त्याज्य है। जैसे- खाण्ड, मिश्री, गुण, तेल, वनस्पति घी,पका कटहल, अण्डा, माँस,गर्म दवाइयाँ, गर्म पदार्थ व गर्म पेय इत्यादि।
शहद सेवन के लाभ-Benefits of honey intake. honey ke fayde, honey ke upyog.
शहद के साथ सेवनीय वस्तुऐं-Eatables with honey
- बिना शक्कर मिला दूध जो ठण्डा किया हुआ हो इसमें शहद मिलाकर पीने से दुबलापन दूर होकर कान्ति व तेज बढ़ता है शरीर सुडोल व पुष्ट हो जाता है।
- मोटापा घटाने के लिए नित्य प्रातः एक गिलास ठण्डे पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें।
- शहद को फलों के रस, दूध व बादाम के साथ भी सेवन किया जा सकता है।
शहद सेवन का सबसे श्रेष्ठ तरीका---The best way to eat honey-
सुबह रोजाना एक बादाम पानी से गला दें और संध्या समय इसको छिलका उतार कर सिल पर घिस लें और लेप को उतार कर एक गिलास ठण्डे दूध में घोल लें इसी में एक चम्मच शहद मिला घोलकर घूँट घूँट करके रात को सोते समय पीकर सो जाऐ। बल वीर्य की वृद्धि का सबसे अच्छा तरीका है।श्वास खाँसी के लिए शहद का प्रयोग-Use of honey for Breathing & Cough
श्वास खाँसी और शहद
- अदरक का रस व शहद चाटने से श्वास कष्ट, खाँसी में आराम मिलता है।
- प्याज के रस के साथ शहद मिलाकर देने से फेफड़े और गले में जमा कफ निकल जाता है। हिचकी व वमन में लाभ पहुँचता है।
त्वचा की समस्याओं में शहद का प्रयोग----Use of honey in skin problems ----
- शहद एक प्राकृतिक एन्टीऑक्सीडेंट है। अतः यह त्वचा के छोटे-मोटे इंफेक्शन्स से लड़ने में भी कारगर है।शहद को त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए प्रयोग किया जाता है।
- तैलीय त्वचा वाली महिलाओं को शहद और दूध का घोल नियमित अपने चेहरे पर लगाने की सलाह दी जाती है।
- मुहांसों से बचने के लिए आप अपने चेहरे पर शहद लगा सकते हैं। अगली बार से आप भी महंगे सौंदर्य प्रसाधनों पर पैसे खर्च करने की बजाए शहद को बनाइए अपनी खूबसूरत त्वचा का साथी। इससे आपकी त्वचा संबंधित परेशानियां प्राकृतिक और असरदार तरीके से दूर हो जाएंगी।
- अगर आपका हाथ कोई घरेलू काम करते समय जल गया है तो आप जली हुई जगह पर शहद लगा सकते हैं।
सनवर्न की समस्या में शहद का उपयोग-----Use of honey in sunburn problem
शहद और सनवर्न
- शहद में ऐसी खूबी है कि यह त्वचा को सूर्य की तेज किरणों से बचाता है और त्वचा को ताजगी प्रदान करता है।यह त्वचा को देर तक धूप में रखने पर भी उसमें पानी की कमी नहीं होने देता और त्वचा को सूखेपन से भी बचाता है।अतः सनबर्न वाली जगह पर भी शहद का इस्तेमाल किया जा सकता है। शहद के इतने सारे लाभ होने के कारण हर सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली कंपनी इसे अपने सौंदर्य प्रसाधनों में प्रयोग करती है।
- इसकी चिकित्सीय खूबियों की वजह से इसे ज्यादातर क्रीमों को बनाने में प्रयोग किया जाता है। अगर इसे रोज त्वचा पर लगाया जाए तो आपकी त्वचा चमकदार और कोमल हो जाती है। शहद हमारी त्वचा संबंधित परेशानियों को दूर करने में बहुत कारगर है।
- फिगर मेंटेन करने के लिए शहद का इस्तेमाल किया जाता है। यही वजह है कि बहुत सी महिलाएं शहद को रोज प्रयोग में लाती है ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
हमारी वेवसाइट पर पधारने के लिए आपका धन्यबाद