स्त्रियों के कुछ अंग वास्तव में सोन्दर्य के प्रतीक हैं।जैसे स्तन,आंख,नाक आदि।कुछ स्त्रियों के स्तन छोटे होते हैं उनकी उचित वृद्धि नही होती और कभी कभी ये लटक कर या ढीले होकर स्त्री के सोन्दर्य को कम कर देते हैं।जवकि अगर स्त्री के स्तन भरे हुये औऱ पुष्ट हों तो उसके सोन्दर्य में अनुपम वृद्धि होती है।छोटे स्तनों को पुष्ट करने के लिए पोष्टिक आहार व पुष्टिकारक ब्रंहणीय औषधियाँ प्रयोग करने के साथ साथ अश्वगंघा तैल का मसाज नियमित करने से न तो स्तन ढीले होते हैं,और न ही लटकते ही हैं।
कभी कभी अश्वगंधा तेल की रात में एक या दो बार मालिश करके आप यह लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा एक नुस्खा और दे रहा हूँ जिनको इस प्रकार की समस्या है वे प्रयोग कर लाभ उठा सकती हैं।
सामिग्री इस प्रकार है ः-
इसके अलाबा अनार पंचाग का तेल भी लगा सकते हैं यह बाजार से मिल जाए तो अच्छा अगर न मिले तो अनार पंचाग लेकर सरसों के तेल में पकाकर छान कर रख लें इस तेल के द्वारा 2-3 बार मालिस करने से भी स्तन सुद्रण होगें ।
नोट- स्तनों पर सरसों के इसी तेल से करीब आधा घंटा हल्के हाथ से मालिश करें। नीचे से ऊपर की ओर करें। फिर दस पंद्रह ठंडे पानी की पट्टियां एक के बाद एक रखते रहें। स्तन का आकार बढ़ेगा। नोट - स्तनों की मालिश हमेंशा नीचे से ऊपर की ओर ही करनी चाहिये।
कभी कभी अश्वगंधा तेल की रात में एक या दो बार मालिश करके आप यह लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा एक नुस्खा और दे रहा हूँ जिनको इस प्रकार की समस्या है वे प्रयोग कर लाभ उठा सकती हैं।
सामिग्री इस प्रकार है ः-
- अनार का पंचाग अर्थात जड़, तना,पत्ती,फल व फूल(केवल फल से दाने निकाल कर खा सकते हैं)
- माजूफल
- शतावर
- छोटी इलायची
- कमल गटटे की मींग
- लसोड़े की पत्तियाँ
इसके अलाबा अनार पंचाग का तेल भी लगा सकते हैं यह बाजार से मिल जाए तो अच्छा अगर न मिले तो अनार पंचाग लेकर सरसों के तेल में पकाकर छान कर रख लें इस तेल के द्वारा 2-3 बार मालिस करने से भी स्तन सुद्रण होगें ।
नोट- स्तनों पर सरसों के इसी तेल से करीब आधा घंटा हल्के हाथ से मालिश करें। नीचे से ऊपर की ओर करें। फिर दस पंद्रह ठंडे पानी की पट्टियां एक के बाद एक रखते रहें। स्तन का आकार बढ़ेगा। नोट - स्तनों की मालिश हमेंशा नीचे से ऊपर की ओर ही करनी चाहिये।
अच्छी जानकारी !!
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