Hypertension या उच्च रक्तचाप जिसे सामान्य बोलचाल की भाषा में हाई बी पी के नाम से भी जाना जाता है। आज के समय में शायद सामान्य जन को ग्रसित करने बाला एक महादानव बन चुका है जिसने सम्पूर्ण मानवता को अपनी लपेट में ले लिया है। यह रोग एक चोर की तरह शरीर में घुसकर सारे शरीर की क्रियात्मकता को बुरी तरह प्रभावित कर देता है। जिसके परिणाम स्वरुप अनेकों रोग यह हृदय रोग, लकवा , किडनी फैल्यौर, इत्यादि अनेको रोग हो सकते हैं।
अतः जरुरत हैं इस रोग को काबू में करने के लिए इसके सिमटम्स को समझने की और यह किसी वैद्य या किसी डाक्टर से जाना जा सकता है। किसी रोग के हो जाने से अच्छा है कि रोग को आने से पहले ही दबोच लिया जाऐ। और इसके लिए हमे रोग के बारे में जानकारी होनी चाहिये ।अतः डाक्टर से नियमित जाँच करा कर उचित व नीयमित दवा लेनी ही चाहिये। लैकिन अगर हम कुछ बातों का ख्याल रखें तो हम इस महादानव के सिकंजे से बच सकते हैं।
वैसे भी आजकल ऐलोपैथी की दबाओं का लाभकारी प्रभाव तो कम पड़ता है हाँ हानिकारक प्रभाव वे अवश्य ही छोड़ती है अतः कुछ विशेष बातों का ख्याल रखकर हम इस रोग से मुक्त हो सकते है।
अतः जरुरत हैं इस रोग को काबू में करने के लिए इसके सिमटम्स को समझने की और यह किसी वैद्य या किसी डाक्टर से जाना जा सकता है। किसी रोग के हो जाने से अच्छा है कि रोग को आने से पहले ही दबोच लिया जाऐ। और इसके लिए हमे रोग के बारे में जानकारी होनी चाहिये ।अतः डाक्टर से नियमित जाँच करा कर उचित व नीयमित दवा लेनी ही चाहिये। लैकिन अगर हम कुछ बातों का ख्याल रखें तो हम इस महादानव के सिकंजे से बच सकते हैं।
वैसे भी आजकल ऐलोपैथी की दबाओं का लाभकारी प्रभाव तो कम पड़ता है हाँ हानिकारक प्रभाव वे अवश्य ही छोड़ती है अतः कुछ विशेष बातों का ख्याल रखकर हम इस रोग से मुक्त हो सकते है।
- समुद्री नमक का प्रयोग या तो थोड़ा कम कर दे और अच्छा रहैगा कि कम मात्रा में ही सैंधा नमक प्रयोग किया जाऐ क्योंकि समुद्री नमक में सोडियम अधिक मात्रा में होता है जो water retention को बढ़ा देता है फलस्वरुप आपके शरीर में सूजन आ जाती है और ब्लड प्रेसर बढ़ जाता है।
- ज्यादा तैलीय व नमकीन पदार्थों का प्रयोग यथा अचार, नमकीन, आदि का प्रयोग खाने में कम से कम करें।
- ताजा हरी सब्जियों का भोजन में ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करेे।
- भोजन ज्यादा मात्रा में न करें।
- संतुलित भोजन करें।
- नीयमित व्यायाम करने की आदत डालें।
- योग, व्यायाम व एक अन्य उपचार विधि हास्य का प्रयोग करके आप अपने सबसे अच्छे वैल विशर बन सकते हैं।
- तनाव को एकदम दूर रखें।
- कोई तनाव की बात आने पर एक लम्बी साँस भरकर छोड़ दें।
- और पानी पिये।
- समय समय पर डाक्टर से जाँच कराते रहें।
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