योनि वेजाइना की खुजली और जलन होने के कारण व आयुर्वेदिक उपचार vaginal itching Ayurvedic Treatment
आज की पोस्ट महिलाओं की भयंकर समस्या को लेकर है एक सर्वे के अनुसार प्रत्येक 4 में से 3 महिलाऐं अपने जीवन में कभी न कभी एक बार इस समस्या से अवश्य ही दो चार होती हैं। यह रोग ज्यादातर 25 से 35 वर्ष की महिलाओं में अधिकतर देखा जाता है।
योनि कण्डू क्या है इसका क्या उपाय है ?
इस रोग के मुख्य कारणों में योनि का सूखापन, योनि की सफाई पर ध्यान न देना, अधिकतर फास्ट फूड खाना, तथा आधुनिकजीवन शैली को अपनाना है जिसमें महिलाऐं केमीकली खाद्य पदार्थ बहुत प्रयोग करती हैं। कभी कभी खराब या संक्रमित रेजर के प्रयोग से भी यह समस्या हो सकती है। इस रोग में महिलाओं की योनि अर्थात वेजाइना मेें दर्द, झुनझुनी, और तेज खुजली होती है। जिसके कारण महिला असहज हो जाती है।
आज की पोस्ट पढ़ने के बाद आप निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर प्राप्त करने में सक्षम हो जाएगें।
प्राइवेट पार्ट में खुजली के कारण क्या हैं ?प्राइवेट पार्ट में खुजली की आयुर्वेदिक औषधि क्या है ? |
महिला गुप्त अंगों में खुजली की होम रेमेडीज क्या हैं ? |
प्राइवेट पार्ट में खुजली के घरेलू उपाय क्या हैं ? |
महिला जननांग में खुजली के घरेलू उपाय ? |
योनि की दानेदार खुजली के उपाय ?योनि में खुजली के कारण, लक्षण और इलाजभग में खुजली के कारण, लक्षण और इलाज |
योनि, भग या प्राइवेट पार्ट में खुजली (कण्डु)- कारण --------
जैसा कि इसका नाम है खुजली और खुजली पैदा होती है संक्रमण से अर्थात इन्फेक्सन से औऱ यह इन्फैक्सन पैदा होता है गंदगी से यानि सफाई न करने से, वैसे भी अगर आप रोजाना अपने शरीर के बाहरी हिस्से की भी सफाई नही करते तो भी आपके शरीर में खुजली होने लगती है । फिर यह तो वह हिस्सा है जहाँ गंदगी का साम्राज्य होता है तो यहाँ की सफाई वहुत ही जरुरी कार्य है । आपको जानना चाहिये कि सफाई न होने से खुजली ही नही अपितु बहुत से रोग पैदा होते है जैसे फिरंग,पूयमेह,या उपदंश, आदि। इनके अलावा यौन रोग रक्त विकार आदि भी इसी कारण पैदा होते हैं। इन्ही रोगों के कारण से एक नया रोग पैदा हो जाता है जिसका नाम है योनि की खुजली जो देखने में भी बुरी लगती है। कोई स्त्री या पुरुष यदि गुप्तागों को सामाजिक परिवेश में खुजा रहा होता है वह साधारणतया हँसी का पात्र बन जाता है।सफाई के अलाबा और भी कई कारण हैं जिनके कारण योनि में खुजली हो सकती है।जिनमे कब्ज बनी रहना तथा पुरुष साथी को कोई गुप्त रोग यथा उपदंश, फिरंग,या फिर उसके गुप्तांग में संक्रमण का होना आदि । अतः एसे पुरुष से संसर्ग करना भी स्त्री के लिए योनि की खुजली का कारण हो सकता है।
योनि की खुजली का एक प्रमुख कारण है फफूंद या वैक्टीरिया
योनि में फफूँद,बैक्टीरिया आदि भी संक्रमण कर देते हैं । तब योनिकी दीबारों से एक प्रकार का एक द्रव या स्राव निकलता है जो लैक्टिक अम्ल मे परिवर्तित होकर योनि को संक्रमण से बचाता है। परन्तु जब इन बैक्टीरियाओं की संख्या ज्यादा हो जाती है तो यह स्राव भी इनसे लड़ते -2 समाप्त हो जाता है फलस्वरुप बैक्टीरिया या फफूँद का प्रकोप बढ़ जाता है।तब योनि के गीली रहती है तथा यह स्थान प्राकृतिक रुप से गर्म होने के कारण यहाँ बैक्टीरिया आदि को अपने रहने लायक माहौल मिल जाता है परिणामस्वरुप जलन होने लगती है और जलन को खुजाने के कारण जख्म पैदा होता है।
योनि की दानेदार खुजली क्या है इसके उपाय क्या हैं ?
भग या योनि की खुजली का उपचार- आयुर्वेदिक चिकित्सा | ||
मैं वैसे कई बार कह
चुका हूँ कि किसी भी रोग का प्रथमोपचार है उस कारण का निवारण जिसके कारण
रोग पैदा हुआ है तो योनि की खुजली के उपचार में भी पहले तो आप सफाई पर
विशेष ध्यान दें और उसके अलावा आपका अगर पेट साफ नही रहता है तो पहले पेट
साफ रखने के लिए मेरी इसी साइट पर दिये गये लेखों
योनि या वेजाइना की खुजली का आयुर्वेदिक उपचार- (1)-नीम की निवोली का रस निकाल कर उसको योनि की दीवारों पर धीरे-2 उंगलियों से मलें।अगर ताजा निबोली न मिल सकें तो सूखी निबोली का चूर्ण बनाकर पानी में मिलाकर निचोड़ कर भी प्रयोग कर सकते है लैकिन सबसे अच्छा यह रहैगा कि आप नीम का तेल लेकर उसे लगा लें यह हर समय उपलब्ध रहेगा औऱ आसानी से मिल भी सकेगा।(2)-घर में ताजा दही जमा कर उस दही को योनि में तथा आसपास लगाने से इस रोग में आशातीत लाभ मिलता है। (3)-गाय का धारोष्ण दूध एक अच्छा बैक्टीरिया नाशक है।ताजा दूध लैकर योनि को धोएं इससे खुजली के कीटाणु नष्ट होंगे तथा रोग ठीक हो जाएगा। (4)-हरड़, बहैड़ा,आँवला,नीम,व जमालगोटा की जड़ सब चीजें 100-100 ग्राम ले करजौ जैसा कूट कर किसी डिब्बे में रख लें तथा प्रतिदिन 1 चम्मच रात को 1 गिलास पानी में डाल दें सुबह रात के पानी सहित को चूल्है पर रख कर उवाले जव इसका काढ़ा 1कप वन जाए तो छान लें इस छने हुए पानी से प्रतिदिन इसी प्रकार वनाकर साफ रुई से या साफ कपड़े से योनि को धोएं लैकिन ध्यान रहै धोकर साफ पानी से धोए विना ही आप 1-2 घण्टा के लिए लेटी रहैं लाभ तभी होगा।इस प्रयोग को रात को सोते समय भी कर सकते है किन्तु ध्यान रहे एसी स्थिति में चूर्ण भीगने के लिए तब सुबह को ही डालें।और इसके बाद ऱात को धातक्यादि तैल का फाहा योनि में रखकर सो जाने से बहुत ही जल्दी फायदा होगा। धातक्यादि तैल ,योनि की खुजली, योनि या भग की सूजन, योनि से गंदा स्राव निकलना | ||
A vaginal yeast infection (vaginal candidiasis) is caused by an overgrowth of a fungus that naturally lives in your vagina, called Candida albicans. This overgrowth triggers irritation, inflammation, itching, and painful discharge. It can be treated naturally at home with supplements. Visit http://www.vagitotcream.com/
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