मैनें आज सुबह एक पोस्ट अपनी दूसरी साइट AYURVEDA -The Most Ancient Medical Science पर दिया जिसका नाम तथा लिंक आंखों की रोशनी बढाने का सरल सुलभ प्रयोग यह है।
अब मैं एक ऐसा योग बता रहा हूँ जो आपकी आखों की रोशनी तो बढ़ाऐगा ही साथ ही यह दिव्य औषधि रसायन गुणों से भरपूर है जो वृद्धों को भी युवावस्था प्रदान करती है।यह शारीरिक के साथ साथ ही मानसिक रुप से भी सबल बनाती है।यह मस्तिष्क की निर्बलता,नेत्रज्योति की कमी के अलावा नपुंसकता को भी दूर करती है और सबसे खास बात यह है कि यह रसायन हर आयु के स्त्री पुरुषों को प्रयोग कराया जा सकता है लेकिन बड़े बूढ़े लोग बिना किसी शक के इस्ते माल कर सकते हैं।केवल इसकी विशेष बात यही है कि सभी द्रव्य असली ही हों।
इस रसायन का मुख्य द्रव्य है ज्योतिष्मिति अर्थात माँलकांगनी का तेल यह एक ऐसा द्रव्य है जो स्मरण शक्ति बढ़ाने में भी प्रयोग होता है।यह दिव्य औषधियों की श्रेणी में आता है।
ज्योतिस्मति रसायन बनाने की विधि तथा घटक द्रव्य ः-
घटक द्रव्यः----
अब मैं एक ऐसा योग बता रहा हूँ जो आपकी आखों की रोशनी तो बढ़ाऐगा ही साथ ही यह दिव्य औषधि रसायन गुणों से भरपूर है जो वृद्धों को भी युवावस्था प्रदान करती है।यह शारीरिक के साथ साथ ही मानसिक रुप से भी सबल बनाती है।यह मस्तिष्क की निर्बलता,नेत्रज्योति की कमी के अलावा नपुंसकता को भी दूर करती है और सबसे खास बात यह है कि यह रसायन हर आयु के स्त्री पुरुषों को प्रयोग कराया जा सकता है लेकिन बड़े बूढ़े लोग बिना किसी शक के इस्ते माल कर सकते हैं।केवल इसकी विशेष बात यही है कि सभी द्रव्य असली ही हों।
इस रसायन का मुख्य द्रव्य है ज्योतिष्मिति अर्थात माँलकांगनी का तेल यह एक ऐसा द्रव्य है जो स्मरण शक्ति बढ़ाने में भी प्रयोग होता है।यह दिव्य औषधियों की श्रेणी में आता है।
ज्योतिस्मति रसायन बनाने की विधि तथा घटक द्रव्य ः-
घटक द्रव्यः----
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