लीजिये सरदर्द के लिए एक अचूक "प्राकृतिक चिकित्सा "-----------मात्र पांच मिनट में सरदर्द "गायब" - The Light Of Ayurveda

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सोमवार, 8 दिसंबर 2014

लीजिये सरदर्द के लिए एक अचूक "प्राकृतिक चिकित्सा "-----------मात्र पांच मिनट में सरदर्द "गायब"

AYURVEDLIGHT.BLOGSPOT.COM
नाक के दो हिस्से हैं
 दायाँ स्वर और बायां स्वर 
जिनसे हम सांस लेते और छोड़ते हैं ,पर यह बिल्कुल अलग - अलग असर डालते हैं और आप फर्क महसूस कर सकते हैं |

दाहिना नासिका छिद्र "सूर्य" की तरह गर्म और बायां नासिका छिद्र "चन्द्र" की तरह शीतल  लक्षण को दर्शाता है अर्थात ये दोनों नासिका छिद्र क्रमशः सूर्य व चन्द्रमा का  प्रतिनिधित्व करते हैं |

सिर दर्द के दौरान, दाहिने नासिका छिद्र को बंद करें और बाएं से सांस लें |

और बस ! पांच मिनट में आपका सरदर्द "गायब"
 है ना आसान ?? और यकीन मानिए जितना वास्तविक रुप में इसे पढ़ रहै हैं विल्कुल विस्वास रखें उसी प्रकार यह उतना ही प्रभावकारी भी है..
                                                           ===========================

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