आजकल जिस प्रकार उत्तर भारत में बुखार का प्रकोप चल रहा है उसमें गिलाोय अर्थात अमृता एक श्रेष्ठ औषधि है। - The Light Of Ayurveda : An Info Website for Health and Ayurveda.

Breaking

Whats app

Ayurveda Ancient Natural Traditional Medical Science

WWW.AYURVEDLIGHT.BLOGSPOT.COM

शनिवार, 3 सितंबर 2016

आजकल जिस प्रकार उत्तर भारत में बुखार का प्रकोप चल रहा है उसमें गिलाोय अर्थात अमृता एक श्रेष्ठ औषधि है।



आजकल के समय में अनेक रोग यथा टाईफाइड,जल्दी जल्दी हो जाने वाले बुखार में ऐलोपैथिक डाक्टर्स कई बार फैल हो जाते हैं इन रोगों में आयुर्वेदिक चिकित्सा ही श्रैष्ठ चिकित्सा है। इस पद्धति में रोग का निदान करके वैद्य लोग चिकित्सा करते हैं।जैसा कि मैं पहले ही लिख चुका हूँ कि गिलोय जिसे अमृता भी कहा जाता है।इन रोगों की अतभुत औषधि है।
टाईफाइड,जीर्णज्वर और सभी प्रकार के बुखार में संशमनी वटी दिन में 3 बार 2 से 5 गोलियाँ दें।इन रोगों में रोगी भोजन बन्द करके केबल अनार,सेव,मुनक्का या  पपीते पर रहकर संशमनी वटी से ही 7 से 10 दिन में रोग मुक्त हो जाता है। यदि टाईफाइड,जीर्णज्वर,मेनीन्जाइटिस जैसे बुखार ठीक होने के बाद जीर्णज्वर रहता है तब दूध चावल पर रहकर केवल संशमनी वटी को ही लेने से जीर्णज्वर जड़ से मिट जाता है।छोटे बच्चों के लिए संशमनी वटी निर्दोष औषधि है इसको देने से बच्चे को बुखार नही आता है और बच्चा ठीक से बढ़ता है।
अमृतारिष्ट ----
बुखार को दूर करने के लिए गिलोय व दशमूल क्वाथ के साथ बनी अमृतारिष्ट एक महत्वपूर्ण औषधि है जो बुखार को तो दूर करती ही है यह भूख में भी वृद्धि करके शरीर में शक्ति व स्फूर्ति भी लाती है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

हमारी वेवसाइट पर पधारने के लिए आपका धन्यबाद

OUR AIM

ध्यान दें-

हमारा उद्देश्य सम्पूर्ण विश्व में आय़ुर्वेद सम्बंधी ज्ञान को फैलाना है।हम औषधियों व अन्य चिकित्सा पद्धतियों के बारे मे जानकारियां देने में पूर्ण सावधानी वरतते हैं, फिर भी पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी औषधि या पद्धति का प्रयोग किसी योग्य चिकित्सक की देखरेख में ही करें। सम्पादक या प्रकाशक किसी भी इलाज, पद्धति या लेख के वारे में उत्तरदायी नही हैं।
हम अपने सभी पाठकों से आशा करते हैं कि अगर उनके पास भी आयुर्वेद से जुङी कोई जानकारी है तो आयुर्वेद के प्रकाश को दुनिया के सामने लाने के लिए कम्प्युटर पर वैठें तथा लिख भेजे हमें हमारे पास और यह आपके अपने नाम से ही प्रकाशित किया जाएगा।
जो लेख आपको अच्छा लगे उस पर
कृपया टिप्पणी करना न भूलें आपकी टिप्पणी हमें प्रोत्साहित करने वाली होनी चाहिए।जिससे हम और अच्छा लिख पाऐंगे।

Email Subscription

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner