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शनिवार, 8 दिसंबर 2012
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जाने आयुर्वेद का आधार प्रकृति वात पित्त व कफ को -नाड़ी विज्ञान
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हमारा उद्देश्य सम्पूर्ण विश्व में आय़ुर्वेद सम्बंधी ज्ञान को फैलाना है।हम औषधियों व अन्य चिकित्सा पद्धतियों के बारे मे जानकारियां देने में पूर्ण सावधानी वरतते हैं, फिर भी पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी औषधि या पद्धति का प्रयोग किसी योग्य चिकित्सक की देखरेख में ही करें। सम्पादक या प्रकाशक किसी भी इलाज, पद्धति या लेख के वारे में उत्तरदायी नही हैं।
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हम अपने सभी पाठकों से आशा करते हैं कि अगर उनके पास भी आयुर्वेद से जुङी कोई जानकारी है तो आयुर्वेद के प्रकाश को दुनिया के सामने लाने के लिए कम्प्युटर पर वैठें तथा लिख भेजे हमें हमारे पास और यह आपके अपने नाम से ही प्रकाशित किया जाएगा।
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जवाब देंहटाएंMuze pith me dard rehta he (gardan k niche ke bhag me) or vaha dard ghumta rehta he or kam jyada hota rehta he or jaldi se thik nahi hota
जवाब देंहटाएंmuze pata he ye pitt vaat dosh he
muze kya karna chahiye
Or muze kabj bhi rehti he pet bhi thik se saaf nahi hota.
Matlab pith me maaspeshiyo me dard kam jyada hota rehta or ghumta rehta he pls iska suzav de
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